लेखनी प्रतियोगिता -01-Oct-2022 जय जय जय अंबे गौरी
शीर्षक- जय जय अंबे गौरी
विधा-भजन
जय जय अंबे गौरी...
पकड़े रखना हमारी डोरी....
सिंह पर करती सवारी,
मेरी मां अंबे रानी,
जगत की है जगदायनी।
जय जय अंबे गौरी..
पकड़े रखना हमारी डोरी...
भक्त खड़े तेरे द्वारे,
दर्शन देना मेरी माते,
यही तुम से मांगते।
जय जय अंबे गौरी...
पकड़े रखना हमारी डोरी....
बेटियों की बचाना लाज,
दुष्टो का करना संघार,
भक्तों का करना उद्धार।
जय जय अंबे गौरी..
पकड़े रखना हमारी डोरी...
हमारी हरना विपत्ति,
झोली में भरना समृद्धि,
यही है मैया विनती।
जय जय अंबे गौरी...
पकड़े रखना हमारी डोरी...
अंधे को दुनिया दिखाना
बहरे को भक्ति सुनाना
देना सबको आशीष।
जय जय अंबे गौरी...
पकड़ी रखना हमारी डोरी....
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Gunjan Kamal
05-Oct-2022 06:37 PM
बहुत खूब
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Supriya Pathak
02-Oct-2022 10:57 PM
Bahut khoob 🙏🌺
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Raziya bano
02-Oct-2022 09:38 AM
Bahut khub
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